Short Story In Hindi - हिन्दी प्रेरणादायक कहानियाँ - भाई बहन

Rahul R Malakar
By -
0

 

Short Story In Hindi

हिन्दी प्रेरणादायक कहानियाँ

भाई बहन 

 Hello दोस्तों, आपका मेरे ब्लॉग पर स्वागत है। 

दोस्तों मैं आज आपके लिए ले कर आया हूँ , दो भाई बहन की एक प्यारी सी कहानी। जो कि मुझे मेरे मित्र के द्वारा भेजी गई है, इस कहानी को मैं आपके साथ साझा करना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि यह प्यारी सी व छोटी सी कहानी आपको पसंद आएगी। 


Short Story In Hindi - भाई बहन

 

दोस्तों यह कहानी है दो भाई बहनों की। 


एक 6 वर्ष का लडका अपनी 4 वर्ष की छोटी बहन के साथ बाजार से जा रहा था। अचानक से उसे लगा की,उसकी बहन पीछे रह गयी है।


वह रुका, पीछे मुडकर देखा तो जाना कि, उसकी बहन एक खिलौने के दुकान के सामने खडी कोई चीज निहार रही है।

लडका पीछे आता है और बहन से पुछता है, "कुछ चाहिये तुम्हे ?" लडकी एक गुड़िया की तरफ उंगली उठाकर दिखाती है।

बच्चा उसका हाथ पकडता है, एक जिम्मेदार बडे भाई की तरह अपनी बहन को वह गुड़िया देता है। बहन बहुत खुश हो गयी है।


दुकानदार यह सब देख रहा था, बच्चे का व्यवहार देखकर आश्चर्यचकित भी हुआ ....

अब वह बच्चा बहन के साथ काउंटर पर आया और दुकानदार से पुछा, "सर, कितनी कीमत है इस गुड़िया की ?"

दुकानदार एक शांत व्यक्ती है, उसने जीवन के कई उतार चढाव देखे होते है। उन्होने बडे प्यार और अपनत्व से बच्चे से पुछा, "बताओ बेटे, आप क्या दे सकते हो?"

बच्चा अपनी जेब से वो सारी सीपें बाहर निकालकर दुकानदार को देता है जो उसने थोडी देर पहले बहन के साथ समुंदर किनारे से चुन चुन कर लाया था ।

दुकानदार वो सब लेकर यूँ गिनता है जैसे पैसे गिन रहा हो।

सीपें गिनकर वो बच्चे की तरफ देखने लगा तो बच्चा बोला,"सर कुछ कम है क्या?"

दुकानदार :-" नही नही, ये तो इस गुड़िया की कीमत से ज्यादा है, ज्यादा मै वापिस देता हूं" यह कहकर उसने 4 सीपें रख ली और बाकी की बच्चे को वापिस दे दी।

बच्चा बडी खुशी से वो सीपें जेब मे रखकर बहन को साथ लेकर चला गया।


यह भी पढ़े:- A will/वसीयत - Short Story In Hindi - हिन्दी प्रेरणादायक कहानियाँ


यह सब उस दुकान का नौकर देख रहा था, उसने आश्चर्य से मालिक से पुछा, " मालिक ! इतनी महंगी गुड़िया आपने केवल 4 सिपों के बदले मे दे दी ?"

दुकानदार हंसते हुये बोला,

"हमारे लिये ये केवल सीप है पर उस 6साल के बच्चे के लिये अतिशय मूल्यवान है। और अब इस उम्र मे वो नही जानता की पैसे क्या होते है ?

पर जब वह बडा होगा ना...

और जब उसे याद आयेगा कि उसने सिपों के बदले बहन को गुड़िया खरीदकर दी थी, तब ऊसे मेरी याद जरुर आयेगी, वह सोचेगा कि,,,,,,

"यह विश्व अच्छे मनुष्यों से भरा हुआ है।"

यही बात उसके अंदर सकारात्मक दृष्टीकोण बढाने मे मदद करेगी और वो भी अच्छा इंन्सान बनने के लिये प्रेरित होगा। 


यह भी पढ़े:- हिन्दी प्रेरणादायक कहानियाँ - एक नादानी....अल्हड़पन की!



तो दोस्तों यह थी एक छोटी सी कहानी जो कि हमे बहुत कुछ सिखाती है। उम्मीद है यह कहानी आपको पसंद आई होगी। यदि आप भी हमे कहानिया भेजना चाहते है, तो आप हमे contact.themalakar@gmail.com पर Email कर सकते है। 

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)